लेखनी प्रतियोगिता -03-Apr-2024" बिख़रे मोती "

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           "बिख़रे मोती" सीप को जब, गहरे समंदर से निकाला गया।  तब टूट कर सिसकियों में तब्दील हो कर रह गई।।  सोचा नहीं था उसने, अलग हो ...

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